जादुई कंचे
गुड्डू : द सुपर हीरो की कहानी
[ जादूई कंचे ]
पार्ट (17)
Recap..........
बाहर खड़ी निशा और गुड़िया भी सेठ के घर में चली आ रही थी वह इस सोच में थी पता नही अंदर क्या हो रहा होगा जहां गुड्डू और उसके साथी हुकाला से लड़ाई कर रहे थे वहां उन्हें आते देख जादूगर कंकाल ने बाजी पलट दी और फिर गुड़िया को अपने चाकू की नोक पर ले लिया ।
और हुकाला ने दोनो चेलों को माल समेटने के लिए कहा
और जल्दी चाकू की नोक पर गुड़िया और निशा को लेकर यहां से बाहर निकलने लगे ...........
अब आगे........✍️
गुड्डू ने देखा हुकाला और जादूगर कंकाल गुड़िया और निशा को लेकर बाहर निकल गया है जैसे ही हुकाला और जादूगर झिमकू माल वाले बैग के साथ बाहर निकले तुरंत ही गुड्डू ने तब्दीली जादूई कंचे का इस्तेमाल करके झेला का रूप ले लिया और पीछे जा रहे झेला के पास पहुंचकर चेले झेला की हुबहू एक्टिंग करते हुए जादूगर कंकाल के पास पहुंच गया पीछे से झेला आवाज लगाते हुए हुकाला से कहने लगा मालिक सावधान रहना ये मैं नहीं हूं ये गुड्डू है
गुड्डू झेला की एक्टिंग में हुकाला और जादूगर कंकाल से कहता है मैं ही झेला हु रुक जाओ मैं भी तुम्हारे साथ चलूंगा नही तो वो गुड्डू मुझे नहीं छोड़ेगा (झेला की ओर इशारा करते हुए कहा )
झेला अपनी कहता कि नही मैं ही झेला हु और गुड्डू अपनी कहता नही ! मैं झेला हूं वो गुड्डू है इन दोनो की बहस में उलझने से अच्छा जादूगर कंकाल और हुकाला ने असली और नक़ली झेला की परीक्षा लेनी शुरू कि सबसे पहले नकली झेला (गुड्डू ) को हुकाला ने अपने जादूई ताकती कंचे की मदद से ताकत ली और गुड्डू को मारना स्टार्ट किया गुड्डू झेला की एक्टिंग में अपने आप को झेला साबित करने के लिए हुकाला के थप्पड़ , चांटे मुक्के और लाते खाता रहा जिसकी एक एक मुक्के की ताकत से गुड्डू दूर जाकर गिर रहा था कुछ भी आई लेकिन वह सब सहन करता रहा और कहता रहा मैं ही झेला हूं ।
और फिर अब असली झेला की बारी थी हुकाला ने इसकी भी बुरी हालत कर दी और फिर दोनो को छोड़कर वह थोड़ी दूर चला तो उसने दूसरे जादूई इल्म कंचे का इस्तेमाल किया और गुड्डू के बारे में इल्म हासिल किया जिसमे एक स्क्रीन बनकर आई और उसने झेला दिखाई दे रहा था वही झेला जो करीब में था असली था जो थोड़ी दूर था वह गुड्डू शो कर रहा था ।
अब हुकाला थोड़ा मुस्कुराया और नकली झेला की ओर देखकर कहा कि यही असली झेला है चलो हमारे साथ
तब तक जादूगर कंकाल गुड़िया और निशा को चाकू की नोक डराए हुए खड़ा था कि चुपचाप खड़ी रहो, नही तो मारी जाओगी।
हुकाला ने बाहर खड़ी एक गाड़ी इंतजाम किया हुआ था जिसमे गुड़िया और निशा को चाकू की नोक पर बैठाया और नकली झेला (गुड्डू), जादूगर कंकाल और हुकाला सब आराम से आ गए और झिमकु को गाड़ी चलाने का ऑर्डर देते हुए एक पहाड़ी के रास्ते पर जाने को कहा ।
पीछे से मिठ्ठू उड़ता हुआ आया और हुकाला की यह बात सुन ली कि वह पहाड़ियों के रास्ते जा रहे है लेकिन पता नही वहां क्या होगा ।
झिमकु ने गाड़ी स्टार्ट की और चल दिया ।
गाड़ी दौड़ी जा रही थी निशा और गुड़िया दोनो अपने आप को छुड़ाने के कई बहाने लगा रही थी कभी जिद्दी जहद कर रही थी कि उन्हे छोड़ दिया जाए ।
लेकिन जादूगर कंकाल और हुकाला साथ में नकली झेला (गुड्डू ) उन्हे डरा और धमका रहे थे कि चुप चाप बैठी रहो
इसी तरह से वह इस सफर को तय करते हुए पहाड़ियों के रास्ते चले आए ।
उधर मिठ्ठू ने पिंटू को इस बारे में बताया तो वह मिठ्ठू के साथ और अलबेला को लेकर एक दूसरी गाड़ी में उन्हें ढूंढने पहाड़ियों के रास्ते के लिए चल दिए ।
हुकाला था तो दिमागदार, अपने प्लान के मुताबिक उसने पहाड़ियों पर जाकर एक खाली चौड़ी जगह पर गाड़ी रुकवाई और सबको उतार दिया और खुद भी उतर गया ।
और एक ऊंची पहाड़ियों के पैदल रास्ते से सभी को ऊपर पहाड़ी पर ले गया ।
झिमकू बार बार पूछता आखिर हम पहाड़ियों में क्या करने आए है ?
हुकाला ने बताया कि इन दोनो लड़कियों का काम तमाम करने हा हा हा हा हा हा हा हा हा
और फिर वह नकली झेला(गुड्डू) की और देखा
और बड़े ही प्यार से उसे बुलाया ।
हुकाला ने नकली झेला यानी गुड्डू को दो लात जम के मारी
और दो चार मुक्के कोहनी मारे और बताया कि यही तो मेरा शिकार है गुड्डू अब ये नही बचेगा हा हा हा हा हा हुकाला हंसा ।
गुड्डू कुछ देर हुकाला की मार को बर्दाश्त करता रहा क्योंकि अगर गुड्डू इस वक्त असली रूप में आ जाता तो हुकाला उसके बचे हुए जादूई कंचे लेकर फरार हो सकता था ।
गुड्डू ने झेला की एक्टिंग करनी बंद कर दी और अपनी आवाज में ही बात करने लगा कि ये तूने हुकाला, अच्छा नही किया ।
हुकाला ने बताया कि उसे तभी शक हो गया था जब मैने तुम्हारी परीक्षा ली थी ।
अपने आप को बहुत होशियार समझ रहा था । हुकाला ने गुड्डू से कहा ।
वही साइड में निशा और गुड़िया को घेरे खड़े जादूगर कंकाल और झिमकू हुकाला की इस होशियारी पर मुस्कुरा रहे थे ।
हुकाला ने नकली झेला ( गुड्डू ) को अपनी होशियार की दात देते हुए चाकू निकाल लिया और नकली झेला (गुड्डू ) की ओर बड़ने लगा । गुड्डू हुकाला के चाकू से बचता हुआ पीछे हटता चला गया । कुछ ही देर में गुड्डू पहाड़ी के किनारे के पास आ गया । जहां से कोई गिरा समझो मारा गया ।
हुकाला ने गुड्डू को ,,,,बाय बाय सुपर टीम के सुपर हीरो , अब कहां है तेरी सुपर टीम कहां है तेरी शक्तियां, कहां है तेरे जादूई कंचे । कई तीखे सवालों से हुकाला ने अपने अहंकार और घमंड को गुड्डू पर झाड़ते हुए कहा ।
और अब तेरे किस्सा खत्म यहां बस हम राज करेंगे इतना हुकाला ने कहते ही गुड्डू को चाकू मार दिया जो गुड्डू के दाहिने कंधे के पास लगा लेकिन जब तक गुड्डू कुछ संभल पाता हुकाला ने गुड्डू को धक्का दे दिया और कई पंछी पहाड़ियों के इर्द गिर्द घोंसले में घुसे हुए थे या फिर कुछ उड़ रहे थे सब तेजी से बाहर उड़ गए ।
गुड्डू पहाड़ी से कुछ नीचे गिरता दिखा । उसके बाद हुकाला ने गुड़िया और निशा को भी यहां इसी पहाड़ी से गिराना चाहता था ताकि सुपर टीम का पूरा किस्सा ही खत्म कर दे और बाकियों को बाद में देख लेगा ।
गुड्डू को पहाड़ियों से गिरता देख बहन गुड़िया और निशा दोनो चिल्लाए और रोते हुए हुकाला को कोसने लगी ।
हुकाला ने जादूगर कंकाल को आदेश दिया कि दोनो को पहाड़ी से नीचे गिरा दो जादूगर कंकाल उन्हे जबरदस्ती पहाड़ी के किनारे कर रहा था ताकि धक्का दे सके लेकिन लेकिन वह दोनो सरक भी नही पा रही थी ।
और न ही जादूगर कंकाल समझ पा रहा था आखिर यह दोनो लड़कियां आगे खींच क्यों नहीं रही ।
हुकाला ने जब देखा तो हुकाला ने दोनो को अपने दाहिने हाथ से धक्का देना चाहा लेकिन हुकाला का हाथ न गुड़िया को छू पा रहा था, न निशा को छू पा रहा था ।
हुकाला जोर से से चिल्लाया कौन है सामने आ लेकिन वह सामने नही आ रहा था क्योंकि वह एक अदृश्य व्यक्ति गुड्डू ही था ।
गुड्डू को जिस वक्त हुकाला ने पहाड़ी से धक्का दिया था गिरने से पहले ही गुड्डू ने एक तब्दीली जादूई कंचा निकाल कर हाथ में रख लिया था ।
गुड्डू ने पहाड़ी से गिरते वक्त तब्दीली जादूई कंचे की मदद से पंछी में तब्दील होकर अपनी जान बचा ली और उड़ते उड़ते ही गुड़िया और निशा के साथ हो रहे अत्याचार को देखते हुए गुड्डू ने तुरंत ही पर्दा जादूई कंचे की मदद से और अदृश्य(गायब ) होकर असली रूप में एक रूह के जैसे हुकाला के पास आ गया था ।
हुकाला और जादूगर कंकाल गुड्डू को यहां वहां देखते कौन है कौन है लेकिन गुड्डू दिखाई नही देता और न ही वह समझ पाते की यह गुड्डू ही होगा क्योंकि गुड्डू को तो हुकाला ने पहाड़ियों से गिरा दिया था ।
गुड्डू ने दो चार मुक्के और लाते मार मार कर जादूगर कंकाल , हुकाला और झिमकु से गुड़िया और निशा को छुड़ा लिया था ।
ताकि वह भाग सके लेकिन वह दोनो भागी नही,और जाती भी कहां अपने इतनी दूर जो थी । यहां से पैदल घर पहुंच पाना असम्भव था इसीलिए एक तरफ खड़े होकर हुकाला और जादूगर कंकाल के साथ हो रहे कारनामे देखने लगी कि आखिर हो क्या रहा है , और कौन है वह जिसने उनकी मदद की ।
दूसरी ओर गुड्डू की सुपर टीम के साथी पिंटू, अलबेला, मिठ्ठू को पहाड़ियों के रास्ते में हुकाला की गाड़ी दिखाई दी
और वह समझ गए कि जरूर वह सब यही कहीं होंगे ।
सभी गाड़ी से उतर कर पैदल ऊपर के रास्ते से पहाड़ी पर जाने लगे दूर से ही हुकाला और निशा गुड़िया सब दिखाई दे गए उधर थोड़ा और करीब पहुंचने के बाद गुड़िया व निशा ने देखा कि मिठ्ठू उड़ता हुआ इनके करीब आ रहा है वह खुश हो गई और अलबेला-पिंटू भी आ गए ।
पिंटू ने गुड़िया और निशा को यहां से जल्द निकलने को कहा लेकिन तभी पिंटू ने देखा कि जादूगर कंकाल और हुकाला पीटते हुए दिखाई दे रहे है यहां उसने ताकती कंचे का प्रयोग भी किया लेकिन जब गुड्डू ही अदृश्य था तो वह अपनी ताकत किस पर आजमाता लेकिन पीट कौन रहा था ये दिखाई नही पड़ रहा था । वह तीनों रुक गए ।
जादूगर कंकाल का भी कोई जादू ना चला , और हुकाला भी बेबस हो चला तो हुकाला ने अपने इल्म जादूई कंचे का तुरंत प्रयोग किया और इल्म हासिल किया तो पता चला वह गुड्डू है । लेकिन हुकाला अचंभे में था कि यह कैसे हो सकता है ।
तभी गुड्डू भी अपने असली शरीर में आकर हुकाला और जादूगर कंकाल को एक डायलॉग मारता है ।
" जिसे रब चाहे उसे कोई नही मार सकता "
और अब तुम्हारी बारी है ।
तभी झिमकू ने पीछे से गुड्डू को पकड़ना चाहा लेकिन गुड्डू ने चौकन्ना होते ही एक उल्टे हाथ का जोर दार मुक्का झिमकु को दे मारा और वह पहाड़ी से जा गिरा जिसे देखकर हुकाला और जादूगर कंकाल उससे अपनी जिंदगी की भीख मांगने लगे ।
लेकिन कई बार हुकाला और उसके साथियों को पिटाई खाने और जेल जाने के बाद भी अकल नही आई । वह अपराध की दुनिया छोड़ने को तैयार नही हुए थे ।
इसलिए गुड्डू ने उसे अब इस दुनिया से अलविदा कर देना ही सही समझा और गुड्डू ने हुकाला को एक जोर दार लात मारकर पहाड़ी से धक्का दे दिया जैसे ही हुकाला का बैलेंस बिगड़ा गुड्डू ने हुकाला की कमर से जादुई इल्म और ताकती कंचा भी हासिल कर लिया तथा हुकाला भी झिमकू की तरह पहाड़ी से फिसलता, लुढ़कता और टकराते हुए खाई में जा गिरा और फिर दम तोड दिया ।
धीरे धीरे पिंटू को सब समझ आ गया था कि गुड्डू हमारा सुपर हीरो जिंदा है और वह उसे देखकर खुश हुआ और वही रुककर हूकाला और जादूगर कंकाल के खत्म होने के तमाशा देखता रहा ।
अब बारी थी जादूगर कंकाल की जो हुकाला के पहाड़ी से गिरने के बाद और ज्यादा डरा हुआ नजर आने लगा था
गुड्डू ने उसे पकड़कर पहले तो तीन चार लात मुक्के और दे मारे और फिर आखिर जब जादूगर कंकाल ने अपने पास से छुपा हुआ खंजर निकाला तो बहुत खुश नजर आया लेकिन वह भी ज्यादा देर गुड्डू को डरा नही पाया और गुड्डू ने उसी के खंजर को छीनकर उसकी गर्दन को उड़ा दिया और फिर जादूगर कंकाल वही ढेर होकर गिर गया इस तरह दोनो का खात्मा होने के बाद गुड्डू ने राहत की सांस ली ।
और फिर पिंटू , अलबेला , मिठ्ठू , गुड़िया और निशा
सब उसके पास गए और खुश होकर गुड्डू का शुक्रिया अदा किया और फिर सभी घर को लौट चले ।🏆
- इस 17वें पार्ट पर यही खत्म होती है जादूई कंचों के रहस्य की कहानी जिसमे छिपा था जादू एक ऐसा जादू जो गायब, ताकत, इल्म , रफ्तार और तब्दील होने की शक्ति जिन्हे पाकर गुड्डू आज एक कंप्लीट सुपर हीरो बन चुका था ।
धन्यवाद/शुक्रिया ।
- गुड्डू मुनीरी (सिकंदराबादी )
HARSHADA GOSAVI
10-Dec-2024 11:07 AM
V nice
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madhura
25-Jul-2024 03:21 PM
V nice
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Mohammed urooj khan
24-Jul-2024 12:49 AM
👌🏾👌🏾👌🏾
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GUDDU MUNERI
08-Aug-2024 10:44 AM
Thanks
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